महिला शौचालय में बदली पुरानी बसें , 5 रुपए में यह सुविधाएं



 

रिपोर्ट मनप्रीत सिंग

रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : देश में महिलाओं को बराबर का हक देने की बहुत सी बातें की जाती है लेकिन अभी भी उन्हें बेसिक सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाएं जाती है। घर से निकलने के बाद आज भी महिलाओं को शौचालय जैसी समस्या का काफी सामना करना पड़ता है। महिलाओं की इसी समस्या को देखते हुए पुणे में महिलाओं के लिए गुलाबी बसें शुरु की गई है। जिसमें न केवल शौचालय बल्कि कैंटीन, बच्चों के डायपर बदलने और ब्रेस्टफीडिंग की जगह है। इन बसों के कारण वहां की महिलाओं को न ही भीड़ भरे बाजार में अधिक लंबा सफर तय करना पड़ता है न ही शौचालय के इस्तेमाल से इंफेक्शन होने का खतरा होता है। महिलाओं की इस समस्या को देखते हुए पुणे में गुलाबी बसों की शुरुआत बिजनेसमैन उल्का सादरकर और उनके पति राजीव खेर ने की है।


पुरानी बसों का किया इस्तेमाल 


पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करने से महिलाओं में इंफेक्शन होने का खतरा रहता है ऐसे में उल्का ने शहर की पुरानी बसों को महिला टॉयलेट में बदल दिया। उनके इस शुरुआत पर कुछ 1.3 करोड़ की लागत लगी है। फिलहाल उन्होंने शहर भर में 13बसें चलाई है, जिनका नाम ती रखा है। 


एक बार प्रयोग पर अदा करने होते है 5 रुपए


यह बस साधारण पब्लिक टॉयलेट से काफी अलग और साफ सुथरे है। इसमें इंडियन और वेस्टर्न टॉयलेट के साथ वॉशबेसिन, बच्चों के डायपर बदलने का स्टैंड, ब्रेस्टफीडिंग की स्पेस उपलब्ध है। वहीं बसों में महिलाओं के लिए वाई-फाई की सुविधा भी उपलब्ध है। बस में बिजली से चलने वाले उपकरणों के लिए सोलर सिस्टम लगाया गया है ताकि खर्चे को कम किया जा सके। वहीं बसों पर होने पर खर्चे को पूरा करने के लिए कुछ पॉश एरिया की बसों पर 5 रुपए फीस रखी गई है। बस में हर समय एक अटेंडेट मजूद रहता है जो कि बस का सारा काम देखता है। वहीं महिलाओं को अधिक सुविधा प्रदान करते हुए बसों में छोटी सी कंटीन बनाई गई है जहां से खाना-पीने और अन्य छोटी-मोटी चीजों की खरीददारी की जा सकती है।


सेनेटरी इंडस्ट्री का है हिस्सा


उल्का और उनके पति राजीव पहले से ही सेनेटरी इंडस्ट्री का हिस्सा है। पुणे शहर में जब पब्लिक टॉयलेट बनाने की जगह नहीं थी तो वहां की कार्पोरेशन ने इस कपल की सहायता मांगी और उन्होंने मदद के लिए हां कर दी। इसके बाद 2016 में उन्होंने बसो को टॉयलेट में बदलने का काम शुरु किया और उन्हें यह आइडिया सेन फ्रांसिस्को के एनजीओ से मिला। 


शुरु में आई कई दिक्कतें 


2016 में जब पहली बार उल्का ने बस सर्विस शुरु की थी महिलाओं को लगता था कि पब्लिक टॉयलेट की तरह यह बस भी अंदर से काफी गंदी होगी। इसमें कई तरह सुविधाएं उपलब्ध नहीं होगी या मिलने वाली सुविधाओं के लिए अधिक पैसे मांगे जाएंगे। इसलिए महिलाओं में फैले इस भ्रम को तोड़ा गया। अब ज्यादातर बसों का रोज 200 से 300 बार इस्तेमाल होता है। 


अन्य शहरों में भी शुरु होगी सर्विस 


फिलहाल पुणे में 13 बसों के साथ यह सर्विस शुरु की गई है। इसके बाद मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु, नागपुर जैसे शहरों में भी सरकार की मदद से यह सर्विस शुरु की जाएगी। उल्का का सपना है कि वह आने वाले 5 सालों में शहर के अंदर 1000 बसों की सर्विस शुरु कर





Popular posts
जानिए कैसे काम करता है वैपकेयर - कोरोना मरीजों की जान बचाने में मददगार साबित हो रहा है वैपकेयर
Image
हास्य केंद्र योग के दसवें स्थापना वर्ष में शामिल हुए विधायक कुलदीप जुनेजा
Image
प्रशासन ने जरूरतमंदों तक निःशुल्क भोजन पहुंचाने बनाई फूड श्रृंखला -- सीएम भूपेश बघेल का निर्देश 'कोई भूखा पेट न सोए'
Image
स्किन और हेयर प्रॉब्लम्स से बचने के लिए डाइट में लें विटामिन ई का करे प्रयोग
Image
Incomes that are exempted under the proposed new tax regime
Image
राजधानी रायपुर के जिला अस्पताल में रात को 03 बच्चों ने दम तोड़ा, वहीं चश्मदीद (बेमेतरा से आए बच्चों के परिजन) ने 07 मौतों का दावा किया - बिना ऑक्सीजन रेफर करने का आरोप, पुलिस के दखल से ढाई घंटे बाद शांत हुए लोग
Image
ईद-उल-अजहा पर्व पर आज विधायक कुलदीप जुनेजा और छत्तीसगढ़ विशेष के सम्पादक मनप्रीत सिंह ने सभी प्रदेशवासियों को बधाई देते कहा कि ईद-उल-अजहा पर्व हमे भाईचारा एवं एकजुटता का संदेश देता है
Image
सर्दियों में सॉफ्ट और खूबसूरत स्किन के लिए फॉलो करें ये जरूरी टिप्स, कोमल बनेगी त्वचा, ग्लो रहेगा बरकरार
Image
Bat Coronavirus पर ICMR का बयान, इंसानों में सीधा नहीं आया होगा वायरस
Image
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, व्यापक स्तर पर ‘लॉकडाउन’ लगाने का विचार नहीं - महामारी की रोकथाम के लिये केवल स्थानीय स्तर पर नियंत्रण के कदम उठाये जाएंगे
Image