रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : फोसबुक के जरिए तीन लाख से ज्यादा सोशल मीडिया यूजर्स का डाटा लीक होने का ताजा मामला सामने आया है। ऑस्ट्रेलियाई गोपनीयता नियामक ने संघीय अदालत में केस दर्ज कराया है। शिकायत में कहा गया है कि फेसबुक पर एक सर्वे ‘दिस इज योर डिजिटल लाइफ’ से अपनी वेबसाइट पर राजनीतिक रुझान जानने के लिए 3,11,127 उपयोगकर्ताओं की जानकारी का खुलासा करके गोपनीयता कानून को तोड़ने का आरोप लगाया है।ऑस्ट्रेलियाई सूचना आयुक्त एंजेलिन फॉक ने संघीय अदालत में कहा है कि लोगों की निजी जानकारी उनकी जानकारी के बगैर ही राजनीतिक सलाहाकर कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका ने फेसबुक से साझा किया।
इसे लोगों की गोपनियता का उल्लंघन माना जाएगा। वहीं अगर अदालत में यह साबित हो जाता है तो फेसबुक पर प्रत्येक उल्लंघन में अधिकतम 1.7 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का जुर्माना हो सकता है। वहीं 3,11,127 मामलों में से हर एक के लिए अधिकतम जुर्माना लगाया, तो यह जुर्माना 529 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का होगा।
पिछले साल भारत में गरमाया था डाटा लीक का मुद्दा
यूजर्स के डेटा लीक होने के मामले पिछले कुछ सालों में काफी बढ़े हैं। ऑनलाइन शॉपिंग और बैंकिंग जैसी सुविधाओं के आने से इसमें और बढ़त देखी गई है। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के 42.2 करोड़ यूजर्स का डेटा इस साल लीक हुआ था। डेटा लीक की वजह अनप्रोटेक्टेड सर्वर को बताया गया।
ये वे यूजर थे जो एसबीआई कि क्विक सर्विस का इस्तेमाल करते थे। डेटा लीक की यह घटना दिसंबर 2018 से जनवरी 2019 के बीच की है। इसमें यूजर्स के फोन नंबर, बैंक अकाउंट नंबर, बैंक बैलेंस और रीसेंट ट्रांजैक्शन की जानकारी लीक हुई थीं।