रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : सरकार द्वारा भिखारी मुक्त अभियान चलाते समय पुलिस वाले उस वक्त दंग रह गए जब पता चला कि मंदिर में भीख मांगने वाला शख्स इंजीनियर है। पता चलते ही प्रशासन हरकत में आया और उसे उसके घर पहुंचाया गया है। उसने बताया वह कई सालों से यहां भीख मांग रहा था।
दरअसल यह मामला ओडिशा की पावन नगरी पुरी का है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पुरी जैसे पर्यटन स्थल को भिखारियों से मुक्त करने के लिए बड़ा अभियान चला रही है। इसी अभियान के तहत पुलिस ने 52 साल के इंजीनियर गिरिजा शंकर मिश्रा को खोज निकाला है। वह जगन्नाथ मंदिर के आगे भीख मांग कर अपना जीवन चला रहा था। पता चला है कि गिरिजा शंकर मिश्रा ने बीएससी की पढ़ाई पूरी करने के बाद एक प्रतिष्ठित संस्थान से प्लास्टिक इंजीनियरिंग में डिप्लोमा हासिल किया था। वो हैदराबाद की एक एमएनसी में बतौर इंजीनियर काम किया। वहीं गिरिजा शंकर की पहचान तब हुई वह पार्किंग के मुद्दे को लेकर विवाद कर बैठा। मामला थाने पहुंचने पर उसने अपने बारे में बताया।
गिरिजा के बारे में जानकार पुलिस वाले दंग रह गए। इसके बाद उसे सम्मान उसके घर तक पहुंचाया गया। इधर सरकार ने सभी भिखारियों के पुनर्वासित करने का फैसला किया है। सरकार ऐसे लोगों को निलाद्रि निलयों में शिफ्ट किया जाएगा और उन्हें वहां मुफ्त खाने के साथ ही, कपड़ा, बिस्तर, इलाज की सुविधा दी जाएगी। वहीं सरकार प्रति व्यक्ति और प्रति महीने 3400 रुपये देगी।