रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों में प्रदेशवासियों से सहयोग की अपील की है। उन्होंने सभी छत्तीसगढ़वासियों से इस रोग से बचाव के लिए खुद भी जागरूक रहने और दूसरे लोगों को भी जागरूक करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि मेरी सभी प्रदेश वासियों से अपील है कि अगर उन्हें यह जानकारी मिलती है कि उनके परिवार में या आस-पड़ोस में ऐसा कोई व्यक्ति है, जो पिछले 15 दिवस के भीतर विदेश यात्रा से लौटा है और उसने स्वास्थ्य केन्द्र को रिपोर्ट नहीं किया तो उसकी जानकारी तत्काल टोल फ्री नंबर 104 पर दें, ताकि कोरोना के संचरण को रोकने की आवश्यक कार्यवाही की जा सके।
मुख्यमंत्री ने अपनी अपील में कहा है कि जैसा कि आप जानते हैं पूरा विश्व इस समय एक भयानक कोरोना वायरस महामारी की चपेट में है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसे वैश्विक महामारी घोषित किया गया है। विश्व के लगभग 151 देश कोरोना संक्रमण से प्रभावित हो चुके हैं। स्थिति चिंताजनक है लेकिन अगर हम सावधानी और बचाव के निर्देशों का पालन करेंगे तो हम इससे बच सकते हैं। हम खुशकिस्मत हैं कि छत्तीसगढ़ में अभी तक वायरस का एक भी पाजीटिव केस सामने नहीं आया है। लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि हम लापरवाह हो जाये और सावधानी न बरते। हमारे पड़ोसी राज्यों में कोरोना वायरस का संक्रमण पहुंच चुका है। हमारी कोई भी छोटी सी गलती संक्रमण को हमारे राज्य में भी फैला सकती है। छत्तीसगढ़ की सरकार और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से चौकस हैं। लेकिन इस वायरस के संक्रमण से बचाव आप सबके सहयोग और भागीदारी से ही हो सकता हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा विदेश यात्रा से लौटकर आने वाले नागरिकों पर नजर रखी जा रही है। कोरोना प्रभावित देशों की यात्रा से लौटे सभी यात्रियों और उनके परिजनों को संक्रमण से बचाने के लिए चौदह दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में रखने के लिए सर्वसुविधायुक्त क्वारेंटीन केन्द्र की व्यवस्था की गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे यह जानकारी मिली है कि बचाव के इतने प्रचार-प्रसार और अपील के बावजूद विदेशों से आए कुछ यात्री बिना स्वास्थ्य केन्द्र पर रिपोर्ट किए अपने घरों की ओर चले गए हैं। यह एक गंभीर लापरवाही है, जो उनके स्वयं के स्वास्थ्य के साथ-साथ उनके परिवारजनों, पड़ोसियों और संपूर्ण राज्य के लोगों के लिए खतरा है। मेरा सभी से आग्रह है कि ऐसे लापरवाही न करे और स्थिति की गंभीरता को समझें। यहां यह ध्यान रखना जरूरी हैं कि सामान्य बुखार, सर्दी, खांसी से घबराने की जरूरत नहीं हैं। वायरस संक्रमण की संभावना सिर्फ उन्हीं व्यक्तियों में है, जिन्होंने पिछले एक माह के भीतर कोरोना प्रभावित देश की यात्रा की हो और बुखार, खांसी और सांस की तकलीफ के लक्षण हों। अंत में मैं आपसे यही अपील करना चाहता हूं कि इस वायरस से बचाव के लिए पूरा सहयोग करें और मुझे पूरा विश्वास है कि सभी छत्तीसगढ़वासी इस रोग से बचाव के लिए खुद भी जागरूकता रखेंगे और दूसरे लोगों को भी जागरूक करेंगे।