रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद सियासी सरगर्मी चरम पर है। अब हालात ऐसे हैं कि कमलनाथ की सरकार गिरते हुए नजर आ रही है। सिंधिया के इस्तीफे के बाद अब सियासी बयानबाजी का दौर जोरों पर है। इसी कड़ी में पूर्व कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का बड़ा बयान सामने आया है। जोगी ने सिंधिया के इस्तीफे को लेकर कांग्रेस आलाकमान और दिग्विजय सिंह को जिम्मेदार ठहराया है।
जोगी ने अपने ट्वीट कर लिखा है कि सिंधिया को पीसीसी अध्यक्ष या राज्यसभा का टिकट ना देकर कांग्रेस ने ऐसी भूल की है कि सरकार ही चली जाएगी। ऐसे कुप्रबंधन के लिए कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और काफी हद तक कांग्रेस आलाकमान जिम्मेदार हैं। उन्हें संभल कर चलना पड़ेगा।
वहीं, सियासी उठापटक के बीच बड़ी खबर यह है कि कांग्रेस के सभी विधायक इस्तीफा देगें। यदि ऐसा होता है तो प्रदेश में मध्यावधि चुनाव के हालात पैदा हो जाएंगे। माना जा रहा है कि सभी विधायकों से इस्तीफा दिलवा कर सीएम कमलनाथ बीजेपी की सरकार बनाने के मंसूबों पर पानी फेर देंगे।
मध्यप्रदेश में बदलते समीकरण के बीच पहले यह कयास लगाए जा रहे थे कि सिंधिया अपने समर्थकों को अलग करके बीजेपी का समर्थन करेंगे, लेकिन ऐसा होता नही दिख रहा है क्योंकि सिंधिया के सभी समर्थक विधायकों और मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है।
सिंधिया समर्थकों के इस्तीफे के बाद यह भी अनुमान लगाया जा रहा था कि राज्यपाल के आने के बाद बहुमत सिद्ध करने की मांग भी बीजेपी कर सकती है, ऐसे में बीजेपी के लिए फ्लोर टेस्ट में कांग्रेस को हराकर स्वयं सरकार बनाने का दावा और फिर बहुमत सिद्ध करके सरकार बना सकती है।
लेकिन अब ऐसा होता नही दिख रहा है, क्योंकि कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देने का सिलसिला जारी है, शाम 5 बजे की बैठक के बाद कांग्रेस के शेष विधायक सामूहिक इस्तीफा भी सौंप सकते हैं। जिसके बाद प्रदेश में मध्यावधि चुनाव करवाना मजबूरी हो जाएगी। क्योंकि आधे से अधिक विधायकों के इस्तीफे के बाद ऐसी निर्मित हो सकती है।