रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष :गर्भवती होने पर महिलाओं को आराम की आवश्यकता होती है। एक तरफ जहां डॉक्टर बेड रेस्ट की सलाह देते हैं, वहीं कमांडर सुनैना पटेल आठ महीने की गर्भवती होने के बाद भी ड्यूटी पर हैं। एक बार पट्रोलिंग के दौरान ही गर्भ गिर जाने के बावजूद सुनैना पीछे नहीं हटी हैं और ड्यूटी कर रही हैं। सुनैना पटेल खतरनाक कहे जाने वाले दंतेवाड़ा के जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ जंग लड़ रही हैं। अपने इस फैसले से सुनैना पटेल ने लाखों-करोड़ों महिलाओं और लड़कियों को हर परिस्थिति में मजबूती से डटे रहने और कुछ बड़ा करने का हौसला दिया है।
आठ महीने का गर्व लेकिन कर्तव्य और बहादुरी का शानदार उदाहरण पेश कर रही हैं सुनैना पटेल। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों के लड़ने के लिए बने डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड में दंतेश्वरी फाइटर के रूप में तैनात हैं सुनैना पटेल। आठ महीने के गर्भ के साथ भी सुनैना घने जंगलों में पट्रोलिंग करती हैं। पट्रोलिंग के दौरान उनकी पीठ पर भारी भरकम बैग और हाथ में वजनदार राइफल भी होती है।
अपनी ड्यूटी के बारे में सुनैना पटेल बताती हैं कि वह जब दो महीने की गर्भवती थीं, तब उन्होंने यहां जॉइन किया। सुनैना पटेल ने कभी भी ड्यूटी करने से इनकार नहीं किया। अब आठ महीने की गर्भवती होने पर भी जो काम सुनैना पटेल को मिलता है, वह बखूबी उसे निभाती हैं।दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव कहते हैं कि इससे पहले एक बार पट्रोलिंग करते समय ही सुनैना का गर्भ गिर गिया था। आज भी वह छुट्टी लेने से इनकार कर देती हैं। उन्होंने कई महिलाओं को प्रेरित किया है। जब से उन्होंने कमांडर के रूप में चार्ज लिया है, तब से महिला कमांडो की संख्या बढ़कर दोगुनी हो गई है।