अनुमति लेने तहसीलों में बढ़ी भीड़ - 30 जून के बाद मुहूर्त नहीं


Report manpreet singh 


Raipur chhattisgarh VISHESH : लॉकडाउन में टली शादियों के लिए अब केवल माह भर बचे मुहुर्त में अपने घरों की शादियां पूर्ण कराने परिजन बड़ी संख्या में परमिशन के लिए पहुंच रहे हैं। शादियों के लिए अब केवल 30 जून तक का मुहुर्त ही शेष बचा है। लॉकडाउन शुरू होने के बाद से अब तक शहर सहित पूरे इलाके में सैकड़ों शादियां स्थगित कर दी गई थी। मार्च, अप्रेल मई माह में होने वाली कोई भी शादियां लॉकडाउन के कारण नही हो पाई। मई माह के दूसरे पखवाड़े में पहले से तय तिथि के चलते थोड़ी बहूत छूट मिलने के बाद एक्का दूक्का शादियां संपन्न हो पाई, लेकिन लॉकडाउन में फंसे खुलने का इंतजार कर रहे परिजन अब अंतिम मुहुर्त में घरों की शादियां पूर्ण कराने जुटे हैं। इसके चलते शादियों के परमिशन के लिए तहसील कार्यालय में लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। माह भर में ही शादियां पूर्ण कराने आवेदन लेकर पहुंच रहे लोगों को स्थानीय तहसील कार्यालय में दिनभर कड़ी धूप में खड़ा होना पड़ रहा है। यहां से अब तक हजार भर से अधिक आवेदन जमा किए जा चुके है। आवेदन के प्रारूप के साथ सारी जानकारी भी मांगी जा रही है। तहसील कार्यालय में मैदान छोर की ओर लोगों की बड़ी कतार लग रही है। यहां लोगों को धूप से बचाने कोई व्यवस्था नहीं है। आवेदनों की लंबी फेहरिस्त को देखते हुए आवेदनकर्ताओं को आवेदन के बाद पांच दिनों में स्वीकृति दी जा रही है। गुरूवार को दिए गए आवेदनों पर सोमवार को परमिशन दी गई। अब तक दो सौ से अधिक परमिशन दिए गए है जबकि जून माह के लिए हजार भर से ज्यादा आवेदन जमा हो चुके हैं।शादियों पर भारी पड़े कोरोना संक्रमण के कारण ऐसे घरों में परेशानी बढ़ी है जिनके यहां विवाह कार्यक्रम पहले से तय हो चुका था। विवाह के लिए खरीदी, उधारी सहित एडवांस बुकिंग वाले कार्य पूर्ण कर लिए गए थें लाकडाऊन के कारण कार्यक्रम टल गए लेकिन तैयारियां धरी रह गई। अब किसी भी तरह इसे निपटाने में जुटे परिजनों को इसी माह में बस समय बचा है एक जुलाई से देवशयनी एकादशी के बाद विवाहादि कार्यक्रम अगले चार माह के लिए टल जाएंगे। उधारी सहित अन्य व्यवस्था से शादियों का इंतजाम करके बैठे परिजनों को परेशानी उठानी पड़ेगी।शादियों के परमिशन के लिए आवेदन देने और पहले दिए गए आवेदनों के परमिशन लेने एक दिन के अवकाश के बाद सोमवार को फिर से कार्यालयों के सामने जमकर भीड़ उमड़ी। इसके कारण कई बार संगीत विवि मार्ग में जाम की स्थिति बनी रही। शादियों की तैयारियां करने से पहले संबंधित परिजन परमिशन को महत्व दे रहे हैं। परमिशन के बाद भी बाकी तैयारियां की जा रही है ताकि किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े। सोमवार को भी पुराने आवेदनों में स्वीकृति और नए आवेदन देने वालो की तादाद ज्यादा रही।


नियमों का करना होगा सख्ती से पालन


शादियों के लिए प्रशासन को मिल रहे आवेदनों पर तहसीलदार कार्यालय से लगातार इसकी स्वीकृति तो दी जा रही है लेकिन शादियों के दौरान केंद्र ओर राज्य सरकार द्वारा बनाई गई गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य किया गया है। ऐसे में किसी प्रकार की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही के निर्देश भी दिए गए है। गाइड लाइन में शादियों में नियमानुसार दोनों पक्षों से केवल 50 लोगों की उपस्थिति, सोशल डिस्टेंस का पालन, मास्क अनिवार्य, कार्यक्रम स्थल में सेनिटाइजर या साबून की व्यवस्था, सामूहिक भोज नहीं, बारात लाने ले जाने पर पूर्णत प्रतिबंध, वाहनों का कम उपयोग, उसमें भी नियमों का पालन, ध्वनि विस्तारक यंत्रों के साथ डीजे और अन्य संसाधनों पर रोक जैसे नियम शामिल हैं। शादियां निपटाने में जुटे परिजन सभी नियमों का पालन करने का हवाला दे रहे हैं।


राज्य के बाहर की शादियों पर दिक्कत बरकरार


शादियों के परमिशन लेने वालों में सबसे ज्यादा परेशानी राज्य से बाहर होने वाली शादियों पर हैं। शहर सहित ग्रामीण इलाकों में कई शादियां प्रदेश के बाहर अन्य प्रदेशों मप्र और महाराष्ट्र में तय हुई है। इन राज्यों में शादियों में शामिल होने और विवाह के परमिशन स्थानीय स्तर पर नही मिल रहे है बताया गया कि बाहरी राज्यों में विवाह वाले आधा दर्जन आवेदन आए है जिसे जिला कार्यालय भेजा गया है। इसके कारण ऐसे परिवार अभी भी परमिशन नही मिलने के चलते असमंजस में है। एक दो परिवारों में जून के पहले पखवाड़े में ही तय की गई शादियों के मुहुर्त है इन परिवारों को जल्द परमिशन का इंतजार है। जून में लॉकडाउन के दौरान अनलॉक किए गए माह में केंद्र सरकार ने बाहरी राज्यों में आवाजाही की रोक हटा ली है लेकिन राज्य सरकार ने अपनी गाइड लाइन में इसे फिलहाल प्रतिबंधित ही रखा हैं।


आवेदनों के साथ ले रहे राशि हुई शिकायत


शादियों के परमिशन लेने के लिए लग रहे आवेदनों के साथ तहसीलदार कार्यालय द्वारा राशि लिए जाने की शिकायत पर सोमवार को ग्रामीण एसडीएम कार्यालय पहुंच गए। एसडीएम कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि तहसीलदार कार्यालय में आवेदन के साथ सौ से दो सौ रूपए की मांग की जा रही है। चेहरा देखकर कार्य किया जा रहा है। चार दिन पहले आवेदन दिए लोगों से भी राशि देने के बाद ही परमिशन दी जा रहीर है। राशि नहीं देने पर उन्हें अगली तिथि दी जा रही है। मामले पर एसडीएम निष्ठा पांडे तिवारी ने तुरंत तहसीलदार आनंद बंजारे को बुलाकर शादियों के आवेदनों पर तत्काल स्वीकृति देने और किसी प्रकार की राशि की मांग पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।


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