Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH :अम्बिकापुर-खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के जन्मदिन के जश्न में सारे नियम कानूनों की खूब धज्जियाँ उड़ाई गई।क्लेक्टरोरेट से चंद कदमों की दूरी पर हज़ारों समर्थकों की भीड़ इकठ्ठा हुई और जम कर आतिशबाजी भी हुई.... खाद्य मंत्री अमरजीत भगत यहीं नहीं रुके सर्किट हाउस में भी उनके जन्मदिन के मौके को खास बनाने के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।यहां भी उनके समर्थकों का तांता लगा रहा।
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत आज पूरे सरगुजा मे घूम घूम कर सोशल डिस्टेनसिंग की धज्जियाँ उड़ाते रहे।इसी कड़ी में वे सीतापुर पहुँचे जहां कुडुख समाज के लोगों नें सैकड़ों की संख्या में इकट्टा हो कर उनका स्वागत किया।यही नहीं सीतापुर रेस्ट हाउस में इनसे मिलने समर्थकों का जमावड़ा लगा रहा।इस दौरान सरगुजा आईजी रतन लाल डांगी भी रेस्ट हाउस में उनके साथ मौजूद रहे।इतना हीं नही मंत्री जी का बतौली में तीन स्थानों पर स्वागत हुआ इस दौरान भी सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे। मंत्री जी के लिए यह कोई नई बात नहीं है वे पहले भी सोशल डिस्टेनसिंग जैसे नियमों को ठेंगा दिखाते रहे है।लेकिन ऐसे में बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि जब कोरोना महामारी के दौर में आम जनता को शादी-विवाह में 50 लोगों को बुलाने के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी होती है।यही नहीं अंत्येष्टि जैसे कार्यक्रम के आयोजन के लिए भी लोगों को इजाजत लेनी होती है तब मंत्री जी को हज़ारों की संख्या में भीड़ इकठ्ठा करने की छूट क्यों? जब पूरे छत्तीसगढ़ में धारा 144 लागू है तब 10-20 नही बल्कि हज़ारों की संख्या में भीड़ इकठ्ठी कर मंत्री जी अपने जन्मदिन का जश्न कैसे मना रहे हैं...क्या उनके लिए धारा 144 कोई मायने नहीं रखता।
सबसे बड़ा सवाल तो यह कि जब आज ही एक कांग्रेस विधायक के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है तब खाद्य मंत्री द्वारा सारे नियम-कानूनों को ताक पर रखकर जन्मदिन मनाने की छूट किसके द्वारा दी गई? ऐसे में यह सवाल उठना लाज़िम है कि क्या तमाम नियम-कानून सिर्फ आम लोगों के लिए हैं।और मंत्री जी जैसे लोग इसे सिर्फ अपने पैरों की जूती बना कर रख लेंगे?