# भारत में रुपए की तरह इंडोनेशिया में रुपियाह चलता है
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : जकार्ता, हिंदू धर्म में किसी भी शुभ काम की शुरुआत गणेशजी की पूजा से होती है। सभी देवी-दवताओं की पूजा से पहले विघ्नहर्ता गणेशजी की पूजा की जाती है। कई राजे राजवाड़ों में गणेशजी के चित्र वाला स्टाम्प पेपर प्रचलित था। इसमें महाराष्ट्र के सांगली स्टेट का नाम खासतौर पर लिया जाता है। हिंदू धर्म में गणेशजी की पूजा तो ठीक है पर आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया के नोट पर भी गणेशजी विराजमान हैं। वहां की सरकार बीस हजार नोट पर गणेशजी की तस्वीर छापती है। भारत में रुपए की तरह इंडोनेशिया में रुपियाह चलता है।
स्मृतिनगर भिलाई निवासी बीएसपी अधिकारी आशीष कुमार दास की संग्रह में गणेशजी की तस्वीर वाली इडोनेशिया का बीस हजार रुपियाह का नोट और कई राजाओं के राज में प्रचलित गणेशजी के चित्र वाले स्टाम्प पेपर भी हैं। इतिहासकार आशीष कुमार के पास इंडोनेशिया का जो 20000 का रुपियाह है वह 1998 का है। आप देख सकते हैं बीस हजार के इस रूपियाह में गणेशजी विराजमान हैं। रुपियाह के उपरी हिस्से में कोने में एक पक्षी का चित्र है। यह गरूड़ है। गरुड़ इंडोनेशिया का राष्ट्रीय पक्षी है। वहां का राष्ट्रीय विमान का नाम भी गरूड़ (गरूड़ एयर लाइंस) है। नोट में इंडोनेशिया की आजादी की लड़ाई के हीरो रहे और आजादी के बाद ताउम्र वहां के राष्ट्रपति रहे सुकर्णो का चित्र है।इंडोनेशिया की आबादी 40 करोड़ है। यहां की 87.5 फीसदी आबादी इस्लाम धर्म को मानती है। हिंदू आबादी करीब 3 फीसदी है। आशीष कुमार बताते हैं कि भगवान गणेश को इंडोनेशिया में शिक्षा,कला और विज्ञान का देवता माना जाता है। यहां छोटे बड़े 17 द्वीप हैं। जहां लंबे समय तक हिंदू और बौद्ध राजाओं का शासन था। कालांतर में लोगों ने धर्म बदल लिया पर संस्कृति नहीं बदली। यहां लोगों के नाम भी हिदुओं के नाम की तरह मिल जाते हैं।