Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : रायपुर, राजधानी के ऐतिहासिक और प्राचीन बूढ़ातालाब के सौंदर्यीकरण का काम नगर निगम और स्मार्ट सिटी द्वारा तेजी गति से किया जा रहा है। सप्रे स्कूल और दानी गर्ल्स स्कूल के पीछे की जमीन पर बोटिंग प्वाइंट और तालाब किनारे सौंदर्यीकरण का काम पिछले पांच महीने से किया जा रहा है।
इसके अलावा स्मार्ट सिटी और नगर निगम ने बूढ़ातालाब गार्डन किनारे मच्छली घर भी बनाने का निर्णय लिया है। इसकी ड्राइंड-डिजाइन भी तैयार कर ली गई है। करीब 15 हजार वर्गफीट पर मच्छली घर का भवन तैयार किया जाएगा। यह भवन एक गुफानुमा होगा, जो मजबूत दीवारों से घिरी रहेगी। इसे आधुनिक तरीके से तैयार किया जाएगा।
मेट्रोसिटी की तर्ज पर विशाल मच्छली घर
जानकारी के अनुसार इस मच्छली घर को विदेश और मेट्रोसिटी की तर्ज पर समुद्री जीव-जंतुओं का विशाल बसेरा बनाया जाएगा। इसका पूरा खाका तैयार हो चुका है। आगामी दो महीने में इसे बनाकर तैयार किया जाएगा। प्रदेश का यह पहला अनोखा मच्छली घर होगा। जिसके भीतर प्रवेश करने के बाद लोग शॉर्क और ऑक्टोपस जैसे खतरनाक समुद्री जीव-जंतुओं को अपने परिवार के साथ पानी के करीब देख सकेंगे।
10 करोड़ की लागत से होगा तैयार, दो मंजिला रहेगा
प्रदेश के अपने तरह के इस अनोखे मच्छली घर के निर्माण में करीब 10 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसका भवन दो मंजिला रहेगा। इसका निर्माण बूढ़ातालाब गार्डन के पास किनारे किया जाएगा। इसे तीन लेयर में तैयार किया जाएगा। चूंकि इसमें समुद्री जीवों की भरमार रहेगी। इसलिएखारे पानी के साथ ही तापमान को नियंत्रित करने का यंत्र भी इसमें लगाया जाएगा।
महापौर एजाज ढेबर ने बताया कि इस एक्वेरियम की तैयारी के लिए स्मार्ट सिटी के अधिकारी विदेशों के साथ ही विशाखापट्टनम और मुंबई में बने ऐसे ही एक्वेरियम के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं। इसके तैयार होने के बाद बूढ़ातालाब के साथ ही राजधानी रायपुर पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो जाएगा। यह मरीन एक्वेरियम तालाब के बीच में स्थित गार्डन की खाली जमीन पर पानी की सतह के ठीक ऊपर तैयार किया जाएगा