Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : यूपी के हाथरस में हुए गैंगरेप ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. इस घटना के बाद एक बार फिर देश में महिला सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं.इस मामले के तुरंत बाद ही नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने ‘क्राइम इन इंडिया’ 2019 रिपोर्ट जारी की है.
एनसीआरबी (NCRB) के आंकड़ों ने स्पष्ट तस्वीर पेश करती है कि देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध कितने सामान्य है.
एनसीआरबी (NCRB) के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में हर 16 मिनट में एक महिला के साथ बलात्कार होता है. हर चार घंटे में एक महिला की तस्करी की जाती है और हर चार मिनट में एक महिला अपने ससुराल वालों के हाथों क्रूरता का शिकार होती है.
साल 2019 में अब तक दर्ज मामलों के मुताबिक भारत में औसतन रोजाना 87 रेप के मामले सामने आ रहे हैं. इस साल के शुरुआती नौ महीनों में महिलाओं के खिलाफ अबतक कुल 4,05, 861 आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं.
हर घंटे दहेज के कारण एक मौत
एनसीआरबी के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि 2019 तक भारत में हर 1 घंटे 13 मिनट में एक महिला दहेज के कारण मौत के घाट उतार दिया जाता है. इतना नहीं 2-3 दिनों में एक लड़की पर एसिड अटैक का शिकार होती है.
अपने ही करते हैं महिलाओं के साथ क्रूरता
NCRB के आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय दंड संहिता के तहत दर्ज इन मामलों में से अधिकांश ‘पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता’ (30.9 प्रतिशत) के मामले हैं, इसके बाद उनकी ‘शीलता का अपमान करने के इरादे से महिलाओं पर हमले’ (21.8 प्रतिशत), ‘महिलाओं के अपहरण’ (17.9 प्रतिशत) के मामले दर्ज हैं.