Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : दिल्ली, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय दिग्विजय सिंह की बेटी शूटर श्रेयसी सिंह पार्टी नेता भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं।बता दे कि दिग्विजय सिंह के निधन के बाद उनकी पत्नी भी सांसद रही हैं। चुनावी समर में श्रेयसी सिंह का भाजपा प्रवेश देखकर ऐसा लग रहा है कि वे बांका के अमरपुर सीट या फिर जमुई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकती हैं।
बता दे की पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय दिग्विजय सिंह बिहार के कद्द्वार नेता थे जिसके चलते उनकी पकड़ पुरे प्रदेश में थी। जिसके चलते यह चर्चा काफी दिनों से चल रही थी कि श्रेयसी सिंह राजनीति में कदम रखने रखने वाली हैं।
जाने श्रेयसी के पिता दिग्विजय सिंह का राजनीतिक सफर
दिग्विजय सिंह का जन्म 14 नंवबर 1955 को बिहार के जमुई में सुरेंद्र सिंह के घर हुआ था। वह अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उन्होंने एमए की पढ़ाई पटना विश्वविद्यालय से पूरी की और उसके बाद एमफिल करने दिल्ली चले गए। जहां उन्होंने जेएनयू से एमफिल किया। उसके बाद कुछ समय के लिए दिग्विजय सिंह टोकियो विश्वविद्यालय भी गए।
अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत दिग्विजय सिंह ने जेएनयू से किया। उसके बाद 1990 में वह पहली बार राज्यसभा पहुंचे और इसके साथ ही 1990-91 में ही चंद्रशेखर के मंत्रिमंडल में वह मंत्री भी रहे।अपने 55 साल के जीवन में दिग्विजय सिंह 5 बार संसद सदस्य रह चुके थे। तीन बार लोकसभा (1998,1999,2009) और दो बार राज्यसभा (1990, 2004) के सदस्य। इतना ही नहीं एनडीए के शासन काल में 1999-2004 के बीच दिग्विजय सिंह अटल बिहारी बाजपेयी के मंत्रिमंडल में मंत्री भी रह चुके थे।
वह जार्ज फर्नाडिंस के सबसे करीबी माने जाते थे। इसी वजह से 2009 में हुए 15वीं लोकसभा चुनाव के वक्त उन्हें पार्टी ने लोकसभा का टिकट देने से इंकार कर दिया। उसके बाद भी दिग्विजय सिंह ने हार नहीं मानी और बिहार में जदयू की लहर होने के बाद भी बांका से लोकसभा का निर्दलीय चुनाव लड़ा और भारी मतों से विजई हुए। पिछले कुछ समय से दिग्विजय सिंह बिहार में नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोले बैठे थे। उन्होंने कई मंचों पर नीतीश के खिलाफ कई आरोप लगाए