Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : रायपुर, धीरे-धीरे कोरोना का कहर कम होने लगा है। रोजाना 30 हजार से ज्यादा टेस्ट होने लगे हैं लेकिन संक्रमितों की संख्या ठहर गई है। उसका असर भी दिखने लगा है। प्रदेश के बड़े अस्पतालों में बिस्तरों के लिए होने वाली मारामारी खत्म हो गई है। सरकारी अस्पतालों में बड़ी संख्या में बेड खाली हैं। इसके साथ ही क्वारेंटाइन सेंटर भी बंद हो गए हैं। प्रदेश में बनाए गए 20 फीसदी से ज्यादा कोविड सेंटर खाली हो चुके हैं और यह सब प्रदेश में होम आइसोलेशन की सुविधा प्रारंभ होने के बाद हुआ है।
वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 27 हजार के आसपास है, जिसमें से साठ फीसदी से ज्यादा लोग होम आइसोलेशन में रहते हुए उपचार की सुविधा प्राप्त कर रहे हैं, जिसकी वजह से अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों का लोड कम हो गया है। वर्तमान में अस्पताल में केवल ऐसे ही मरीज पहुंच रहे हैं, जो गंभीर स्थिति में हैं। माहभर पहले अस्पतालों में बिस्तरों को लेकर काफी मारामारी थी, लेकिन अब यह स्थिति बदल चुकी है और मरीजों को आसानी के साथ अस्पतालों में बेड मिल जा रहा है। सरकारी अस्पतालों के साथ निजी अस्पतालों में भी जाने वाले मरीजों को अब दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ रहा है और थोड़े प्रयास के बाद ही उन्हें बिस्तर मिल जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में विभिन्न श्रेणियों के निजी अस्पताल, मेडिकल कालेज और विभिन्न डेडिकेटेड अस्पताल और कोविड केयर सेंटर मिलाकर करीब सत्रह हजार बिस्तरों की व्यवस्था की गई है, जिसमें से करीब 11 हजार से ज्यादा बेड खाली हैं। इसी तरह लक्षण नजर आने के बाद दूसरे राज्यों अथवा शहर से आने वालों को क्वारेंटाइन किए जाने के लिए बनाए गए सेंटरों को बंद कर दिया गया है। ऐसे लोगों को घर पर ही रहने की सुविधा दी गई है। होम आइसोलेशन की वजह से प्रदेश में बनाए गए करीब दस फीसदी कोविड रिलीव सेंटर में मरीज नहीं हैं अथवा उनकी संख्या बहुत कम हो चुकी है।
विभागीय वेबसाइट अपडेट नहीं
वर्तमान में प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में कोविड के मरीजों के लिए उपलब्ध बेड की जानकारी देने के लिए बनाई गई वेबसाइट अपडेट नहीं हुई है। दो दिन पहले अपडेट के मुताबिक इसमें रायपुर समेत 13 जिलों की स्थिति बताते हुए 13 हजार 273 कुल बिस्तरों में से 9 हजार 243 बेड रिक्त हैं। इसमें राजधानी के आधा दर्जन अस्पतालों में पूरे बेड फुल होने की जानकारी दी गई है।
ज्यादातर कोविड सेंटर होंगे बंद
वर्तमान में प्रदेश में साठ से ज्यादा कोविड केयर सेंटर का संचालन किया जा रहा है, जहां लक्षणरहित मरीजों को रखकर उनका इलाज किया जाता है। इनमें से राजधानी समेत कई जिलों में कई सेंटर ऐसे हैं, जहां पिछले दिनों से मरीज नहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अगर सप्ताहभर इसी तरह की स्थिति रहती है, तो उन्हें बंद करने या नहीं करने पर फैसला लिया जा सकता है।
राहत मिली
कोरोना संक्रमण का इलाज घर पर रहकर कराने की सुविधा दी गई है। इसका लाभ बड़ी संख्या में लोग ले रहे हैं, जिसकी वजह से अस्पतालों में गंभीर मरीज ही जा रहे हैं, जिससे राहत मिली है। - डा. सुभाष पांडेय, संयुक्त संचालक एवं प्रवक्ता, स्वास्थ्य विभाग
दिक्कत नहीं
निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अब दिक्कत नहीं हो रही है। होम आइसोलेशन में रहने वालों का इलाज भी निजी चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है। - डा. राकेश गुप्ता, वरिष्ठ चिकित्सक, आईएमएस