क्या आपको भी है सांस की बीमारी - तो बरतें यह सावधानी


Report manpreet singh 

Raipur chhattisgarh VISHESH : रायपुर, प्रदेश में कोरोना के केस, पिछले दो माहों की तुलना में कुछ कम जरूर हुए हैं लेकिन लोग अभी भी लगातार संक्रमित हो रहे हैं और कोविड डेथ एवं कोमार्बिडीटी डेथ भी हो रही है। इसीलिए चिकित्सक लगातार सावधानी बरतने की ताकीद दे रहे हैं। मेकाहारा के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ ओपी सुंदरानी का मानना है कि आगामी माहों में ठंड और प्रदूषण के कारण वैसे भी सांस की शिकायतों वाले मरीजों को दिक्कत होती है। यदि इन लोगों को कोविड संक्रमण हो जाएगा तो वह अत्यंत घातक होगा। 

इसलिए अभी त्योहार के मौसम में भीड़ से बचने, कोविड अनुकूल व्यवहार करने में ही भलाई है, मास्क लगाएं, दो गज की दूरी और हाथों की सफाई जरूरी है। डॉ. सुंदरानी ने युवाओं से विशेष अपील की है कि वे इस नाजुक समय में लापरवाह न बनें क्योंकि वे संक्रमित होंगे तो परिवार के बुजुर्गों एवं हाई रिस्क केटेगरी वाले व्यक्तियों को खतरा रहेगा। डॉ सुंदरानी लोगों में प्रचलित इस बात को भी नकारते हैं कि कितनी भी सावधानी बरते, यह संक्रमण सबको होना ही है। उन्होने कहा कि आई सी यू में भर्ती होने से अच्छा है कि लोग कुछ महीने और सावधानी से रहें,क्योंकि संक्रमण एक बार हो जाता है तो वह शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को नुक्सान पहुंचाता है और संक्रमण समाप्त हो जाने के बाद भी स्वास्थ्य गत समस्याएं रहती ही हैं।

Popular posts
उत्तर प्रदेश के एक ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान के द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र (Death certificate) जारी किया गया , जिसे आप भी देखे
Image
अपनी मर्जी से जिसे चुना पति वो निकला दरिंदा, शराब के नशे में पेट्रोल छिड़कर पत्नी को कर दिया आग के हवाले
Image
जांजगीर चांपा कलेक्टर यशवंत कुमार ने कहा - होम आइसोलेशन के लिए पैसों की मांग करने वाले चिकित्सकों के खिलाफ होगी एफआईआर
Image
10 पैसे की दवा 35 रुपए में बिक रही -- प्रिंट रेट और खरीद कीमतों में 350 गुना तक का अंतर, खुल्लम खुला GST की चोरी एवं कमिशन खोरी से फल फूल रहा मेडिकल व्यवसाय
Image
उत्तम खेती मध्यम वान करे चाकरी कुकुर निदान - पर आज कल नौकरी को सबसे उत्तम , व्यवसाय को मध्य , और कृषि कार्य को कुत्ते के समान माना जाता है
Image
हास्य केंद्र योग के दसवें स्थापना वर्ष में शामिल हुए विधायक कुलदीप जुनेजा
Image
राजधानी रायपुर के जिला अस्पताल में रात को 03 बच्चों ने दम तोड़ा, वहीं चश्मदीद (बेमेतरा से आए बच्चों के परिजन) ने 07 मौतों का दावा किया - बिना ऑक्सीजन रेफर करने का आरोप, पुलिस के दखल से ढाई घंटे बाद शांत हुए लोग
Image