रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : पड़ोसी देश पाकिस्तान से भारत आए 160 शरणार्थी परिवारों ने सरकार से भारतीय नागरिकता देने की अपील की है। सरकार से गुहार लगाते हुए आपबीती बयां किया है। पीड़ितों ने बताया कि पाकिस्तान में उनकी बेटियों के साथ दुष्कर्म हुआ है। वहीं कईयों का अपहरण हुआ है।
बता दें कि करीब 160 हिंदू और सिख परिवारों ने भारत में शरण देने की अपील की है। अपने साथ हुए हैवानियत को बयां करते हुए पीड़ितों ने सीएए का विरोध कर रहे लोगों से भी अपील की है कि उन्हें नागरिकता देने का विरोध न किया जाए
जानकारी के अनुसार ये शरणार्थी पाकिस्तान स्थित सिंध हैदराबाद सूबे से भारत आए हैं। इनमें से एक पंजूराम ने अपने साथ हुए अत्याचार को बताया। उसने कहा कि पाकिस्तान में निकाह के लिए लड़की की उम्र कम से कम 18 वर्ष तय है, लेकिन हमारी 13-14 साल की बच्चियों का अपहरण किया जा रहा है। अपहरण के बाद 40-50 साल के आदमी से हमारी बच्चियों का जबरन निकाह और इस्लाम कबूल करवाया जा रहा है।
पाकिस्तान से आए शरणार्थी इस समय दिल्ली के गुरुद्वारा मजनूं टीला में है। दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा भी शरणार्थियों के साथ मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री से इस विषय पर चर्चा की जाएगी। वहीं उन्होंने दावा किया है कि इस विषय पर गृहमंत्री का रूख काफी सकारात्मक होगा। पीड़ितों ने कहा है कि उन्हें भारत की नागरिकता दी जाए। उनके पास जो कुछ था वो पाकिस्तान में लूट गया।