रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : छत्तीसगढ़ के 1156 मजदूरों को लेकर गुजरात के नडियाड से गुरुवार को शाम 6 बजे निकलने वाली ट्रेन रोक दी गई है। दरअसल छत्तीसगढ़ ने फिलहाल ट्रेन चलाने की सहमति नहीं दी है, इसलिए नडियाड कलेक्टर ने ट्रेन रोकी क्योंकि जब तक प्रदेश से सहमति नहीं मिलेगी, वहां से ट्रेन रवाना नहीं हो सकती। गुरुवार को साथ-साथ शुक्रवार को 1200 मजदूरों को लेकर निकलने वाली ट्रेन का सफर भी एक-दो दिन के लिए टल गया है। गुजरात में प्रदेश के श्रमिकों के बारे में पूरी जानकारी राज्य सरकार को दो दिन पहले ही मिल गई थी। नडियाड से गुरुवार को रवाना होने वाली पहली ट्रेन में 11 जिले के मजदूरों को रवाना किया जा रहा था। इनकी नाम-पतों के साथ नडियाड कलेक्टर ने जिलावार सूची भेज दी थी। नडियाड कलेक्टर के पत्र में बताया गया था कि गुरुवार की पहली ट्रेन में 1156 और शुक्रवार की ट्रेन में 1200 मजदूर भेजे जा रहे हैं। रेलवे ने भी ट्रेनों के संचालन की तैयारी कर ली थी। लेकिन यह सारी तैयारी प्रदेश की सहमति के बगैर ही कर ली गई थी। सहमति नहीं दी गई, इसलिए ट्रेन ऐन वक्त पर रोकनी पड़ी। रायपुर रेल मंडल के डीआरएम श्यामसुंदर गुप्ता इसके नोडल अफसर हैं। रेल अफसरों ने बताया कि ट्रेन तभी चलेगी, जब छत्तीसगढ़ की ओर से गुजरात सरकार को ट्रेन रवाना करने के लिए कहा जाएगा। इस सूचना के आधार पर गुजरात सरकार की ओर से अहमदाबाद रेल मंडल ट्रेन का किराया दिया जाएगा। इसके बाद ही रेलवे दोनों ट्रेनों का शिड्यूल जारी कर सकता है।
कई राज्यों से श्रमिक लाने की तैयारी इसके बाद सहमति : एसीएस साहू
एसीएस गृह सुब्रत साहू ने बताया कि अभी प्रदेश सरकार सभी राज्यों से मजदूरों को लाने की तैयारी में जुटी है। नडियाड कलेक्टर के प्रस्ताव पर हमने अभी सहमति नहीं दी है। जैसे ही तैयारी पूरी होगी, हम उन्हें सूचित कर देंगे।
सहमति मिलने के बाद ही ट्रेनों की रवानगी : नडियाड कलेक्टर
खेड़ा-नडियाड कलेक्टर आईके पटेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ से सहमति नहीं मिली, इसलिए ट्रेन रोकी। प्रदेश की ओर से सहमति मिलने के कम से कम 8 घंटे बाद ही ट्रेनों को रवाना किया जा सकता है
छत्तीसगढ़ से नहीं मिली सहमति, इसलिए श्रमिकों की ट्रेन गुजरात में ही रोकनी पड़ी
रिपोर्ट मनप्रीत सिंह