हरिवंश के चिट्ठी पर गदगद हुए पीएम मोदी, बोले- हर शब्द ने लोकतंत्र के प्रति नया विश्वास दिया


Report manpreet singh 

RAIPUR chhattisgarh VISHESH : नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपसभापति हरिवंश की उस चिट्ठी पर ट्वीट किया है। जिनमें उन्होनें बीते दिनो राज्यसभा में हुए हंगामें होने के बाद दुखी की बात की हैं। इस चिट्ठो शेयर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इसमें सच्चाई भी, संवेदनाएं भी, इसे जरूर पढ़ें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘माननीय राष्ट्रपति जी को माननीय हरिवंश जी ने जो पत्र लिखा, उसे मैंने पढ़ा। पत्र के एक-एक शब्द ने लोकतंत्र के प्रति हमारी आस्था को नया विश्वास दिया है। यह पत्र प्रेरक भी है और प्रशंसनीय भी. इसमें सच्चाई भी है और संवेदनाएं भी। मेरा आग्रह है, सभी देशवासी इसे जरूर पढ़ें।’

राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी में हरिवंश ने क्या कहा?

बता दें हरिवंश ने राष्ट्रपित रामनाथ कोविंद को लिखे पत्र में, कृषि संबंधी दो विधेयकों के पारित होने के दौरान रविवार को सदन में हुए हंगामे का जिक्र किया और कहा, ‘…सदस्यों द्वारा लोकतंत्र के नाम पर हिंसक व्यवहार किया गया. आसन पर बैठे व्यक्ति को भयभीत करने की कोशिश हुयी. उच्च सदन की हर मर्यादा और व्यवस्था की धज्जियां उड़ायी गयीं।’ उन्होंने कहा, ’20 सितंबर को राज्यसभा में जो कुछ भी हुआ, उससे पिछले दो दिनों से गहरी आत्मपीड़ा, आत्मतनाव और मानसिक वेदना में हूं। पूरी रात सो नहीं पाया।’

माननीय राष्ट्रपति जी को माननीय हरिवंश जी ने जो पत्र लिखा, उसे मैंने पढ़ा। पत्र के एक-एक शब्द ने लोकतंत्र के प्रति हमारी आस्था को नया विश्वास दिया है। यह पत्र प्रेरक भी है और प्रशंसनीय भी। इसमें सच्चाई भी है और संवेदनाएं भी। मेरा आग्रह है, सभी देशवासी इसे जरूर पढ़ें। pic.twitter.com/K9uLy53xIB

— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2020

कहा कि 20 सितंबर को उच्च सदन में जो दृष्य उत्पन्न हुआ, उससे सदन और आसन की मर्यादा को अकल्पनीय क्षति हुयी है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है, ‘मेरा यह उपवास इसी भावना से प्रेरित है। बिहार की धरती पर पैदा हुए राष्‍ट्रकवि दिनकर दो बार राज्‍यसभा के सदस्‍य रहे. कल 23 सितंबर को उनकी जन्‍मतिथि है। आज यानी 22 सितंबर की सुबह से कल 23 सितंबर की सुबह तक मैं 24 घंटे का उपवास कर रहा हूं।’

सस्पेंड किए गए थे 8 सांसद

उपसभापति ने कहा है कि ‘कामकाज प्रभावित ना हो, इसलिए मैं उपवास के दौरान भी राज्‍यसभा के कामकाज में नियमित और सामान्‍य रूप से भाग लूंगा।’ रविवार को सदन में हुए हंगामे को लेकर विपक्ष के आठ सदस्यों को मौजूदा सत्र के शेष समय के लिए निलंबित कर दिया गया था।

निलंबित किए गए सदस्यों में कांगेस के राजीव सातव, सैयद नजीर हुसैन और रिपुन बोरा, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन और डोला सेन, माकपा के केके रागेश और इलामारम करीम व आप के संजय सिंह शामिल हैं।

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