रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : पटना, बिहार में विधानसभा बजट सत्र चल रहा है। इस सत्र में सरकार ने प्रदेश के लिए 2020-21 के लिए बजट पेश किया है। वहीं जल संसाधन विभाग के बजट पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेताओं ने इस बजट को 'चूहा बजट' का नाम दिया है। बजट पेश होने के बाद जब इस चर्चा हुई तो विपक्ष की तरफ से शोर होने लगा कि ये 'चूहा बजट' है। आरजेडी के विधायक यदुवंशी कुमार यादव के चूहा बजट बताने पर मंत्री ने सफाई दी। इस दौरान मंत्री ने विपक्षी विधायकों को नॉन सिरियस लोग तक बता दिया। जिसे लेकर सदन का माहौल दिन भर गरमाया रहा है। विपक्षी विधायकों ने काफी शोर शराबा किया।
बता दें कि बजट पेश होने के बाद अलग-अलग दिन अलग विभाग के बजट पर चर्चा चल रही है। बुधवार को जल संसाधन विभाग के सभा के दूसरे सत्र में चर्चा शुरू हुई तो विपक्ष के विधायकों ने चूहा बजट कहकर सवाल करना शुरू किया। आरजेडी के विधायक यदुवंशी कुमार यादव ने विधानसभा में कहा कि सरकार चूहा से निपटने के लिए क्या कर रही है?इसके बाद पूर्व मंत्री और आरजेडी विधायक विजय प्रकाश यादव ने भी चूहा बजट पर तंज सकते हुए कहा कि चूहों की आड़ में बिल्ली मलाई खा रही है। सरकार सबकुछ या तो नालंदा या फिर दरभंगा पर ही ध्यान दे रही है, जबकि जल संसाधन को पूरे प्रदेश में काम करना चाहिए। दरअसल चूहा बजट कहने का कारण यह है कि पिछली बार बांध को चूहों ने बर्बाद किया था। कहा कि चूहों ने बांध को खराब किया है इस लिए कई तटबंध टूटे थे। अब इस चूहे को विपक्ष ने मुद्दा बना दिया है। अब तो सदन में जल संसाधन की बात आती है तो विपक्ष चूहा-चूहा का नारा लगाने लगते हैं।