रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : कर्ज में डूबे यस बैंक बंद होने की कगार पर पहुंच गया है। इस बीच आपको जानकार हैरानी कि देश के एक और बड़े बैंक की हालत यस बैंक जैसी हो गई है। बता दें कि प्राइवेट सेक्टर के लक्ष्मी विलास बैंक की हालत ठीक नहीं है। लक्ष्मी विलास बैंक का कैपिटल एडेक्वेसी रेशियो सिर्फ 3.46 फीसदी है जबकि कम से कम 9 फीसदी रहना अनिवार्य होता है। ऐसे में अगर अपका खाता लक्ष्मी विलास बैंक में है तो तुरंत निकाल ले। बताते चले कि कर्ज में डूबे यस बैंक पर अभी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने पाबंदी लगाई। वहीं सरकार येस बैंक के लिए पुनर्गठन योजना की भी तैयारी कर रही है।
जिसके तहत एसबीआई 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का फैसला किया है। इसके अलावा अन्य अन्य निवेशकों को भी आमंत्रित किया गया है। इस बीच खबर है कि लक्ष्मी विलास बैंक में हिस्सेदारी खरीदने के लिए कई निवेशक ने रुचि दिखाई है। इनमें कोटक बैंक भी शामिल है। ऐसे में अब कभी भी बैंक के हिस्सेदारी बेचने की खबर कभी भी आ सकती है वहीं आपको मामूल होगा कि एसबीआई ने बीते साल लक्ष्मी विलास बैंक पर कार्रवाई की थी। जिसके चलते बैंक अब न तो कर्ज दे सकता है और न ही नई ब्रांच खोल सकता है। लक्ष्मी विलास बैंक की शुरुआत 1926 में हुआ था। देशभर में 569 शाखाएं, 1046 एटीएम हैं।