Report manpreet singh
RAIPUR chhattisgarh VISHESH : नई दिल्ली, दिल्ली विधानसभा के एक दिन के सत्र में विपक्ष और सत्ता पक्ष के विधायकों ने कई अहम मुद्दे उठाए लेकिन इस सत्र में झुग्गी वालों के बारे में प्रमुखता से बात की गई, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वो किसी भी सूरत में बिना पक्का मकान दिए गरीब लोगों का घर उजड़ने नहीं देंगे, कोरोना महामारी के बीच 48 हजार झुग्गियों को हटाना सही फैसला नहीं होगा क्योंकि ऐसा करने से झुग्गियों वाले इलाकों के हॉटस्पॉट बनने का खतरा है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 'ऐसा नियम है कि झुग्गी हटाने के पहले पक्का मकान देना होता है, और इसी काम के लिए उनकी सरकार कुछ भी करने को तैयार है, उन्होंने कहा कि ये मेरा वादा है कि जब तक मैं जिंदा हूं, तब तक झुग्गी वालों को उजड़ने नहीं दिया जाएगा, मैं गरीबों को बेघर नहीं कर सकता हूं और उन्हें पक्का मकान दिलाने की पूरी कोशिश करूंगा, अब इसके लिए चाहे मुझे किसी के पैर ही ना पकड़ने पड़े। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश में तीन महीने के भीतर दिल्ली में रेलवे पटरियों के आसपास से लगभग 48,000 झुग्गियों को हटाने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद से झुग्गी में रहने वाले लोगों को बेघर होने का डर सता रहा है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा-क्रेडिट सबका,जिम्मेदारी मेरी समाज ने भी बहुत मदद की है, अकेले कोई सरकार नहीं कर सकती है। हमने कह दिया कि दिल्ली सरकार ने कर दिया, तो झूठ बोल रही है दिल्ली सरकार। केंद्र सरकार ने कहा दिया कि हमने किया, तो झूठ बोल रही है केंद्र सरकार। दिल्ली के दो करोड़ लोगों ने मिल कर जिस तरह से पूरी महामारी के दौरान मदद की है। समाज सेवी संस्थाएं, डॉक्टरों की संस्थाएं, सभी ने मदद की है। स्टेप वन करके एक एनजीओ है, उन्होंने हम लोगों से पैसे नहीं लिए। अक्षरधाम, राधा स्वामी सत्संग, जैन धर्मशाला समेत सभी लोगों ने मदद की, तब जाकर यह नतीजा आया, सीएम ने कहा कि क्रेडिट सबका है लेकिन जिम्मेदारी मेरी है।